प्रति,
श्रीमान मुख्यमंत्री
महोदय,
उत्तराखंड शासन,
देहारादून.
महोदय,
विगत दिनों लॉकडाउन
के चलते मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में फंसे उत्तराखंड के करीब 70 युवाओं को संदर्भ
में सोशल मीडिया के जरिये जानकारी प्राप्त हुई. महोदय ये युवा इंदौर में विभिन्न होटलों
में काम करते थे. अचानक लॉकडाउन हो गया तो इन्हें वहाँ से निकलने का अवसर ही नहीं मिला.
महोदय,चूंकि काम-धंधे सब बंद है तो इन युवाओं के पास कोई
रोजगार नहीं है. इसके चलते इनकी आर्थिक स्थिति भी लगातार खराब हो रही है. सोशल मीडिया
में इस मामले के चर्चा में आने पर स्थानीय लोगों और वहाँ रहने वाले उत्तरखंडी मूल के
लोगों ने इनको राशन-पानी उपलब्ध करवाया है. ये कामगार लोग हैं और बिना किसी काम के
परदेस में रहना इनके लिए बड़ी यंत्रणा है. आर्थिक रूप से ही नहीं मानसिक रूप से भी ये
धीरे-धीरे टूट रहे हैं.
अतः महोदय से निवेदन है कि इंदौर में फंसे हुए इन उत्तरखंडी कामगारों
को वापस लाने के लिए राज्य सरकार तत्काल प्रभावी उपाय करे. ज्ञात हुआ है कि मध्य प्रदेश
की सरकार इस मसले पर सहयोग करने को तैयार है. आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर हो चुके
ये युवा कामगार अभी तक कोरोना के प्रभाव से बचे हुए हैं. इसलिए इनके जीवन की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है
कि इन्हें वहाँ से तत्काल वापस लाया जाये.
महोदय,जिस प्रकार बीते दिनों विभिन्न राज्यों की सरकारों
ने कोटा में कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को वापस लाने का अभियान चलाया,उसी प्रकार का अभियान उत्तराखंड सरकार को इंदौर में फंसे इन उत्तरखंडी युवा
कामगारों और देश के विभिन्न राज्यों में फंसे, वापस आने की इच्छा
रखने वाले उत्तरखंडी लोगों को लाने के लिए
चलाना चाहिए. हर राज्य में रहने वाले, वापस आने के इच्छुक उत्तराखंडियों
से संपर्क करने तथा संबन्धित राज्य की सरकार के साथ इस मामले में समन्वय के लिए राज्यवार
नोडल अफसर नियुक्त किए जाएँ,जो लोगों को वापस लाने की पूरी प्रक्रिया
की मॉनिटरिंग करें.
महोदय,मसले की गंभीरता को देखते हुए,इंदौर में फंसे कामगारों को वापस लाने के लिए आप तत्काल अपने अधीनस्थों को
उचित निर्देश देंगे और अन्य राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए प्रभावी कार्यवाही
करेंगे,यही निवेदन है.
सधन्यवाद,
दिनांक- 27 अप्रैल 2020
सहयोगाकांक्षी,
इन्द्रेश मैखुरी
गढ़वाल सचिव
भाकपा(माले)
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