भाइयो और बैनो………………….. बैनो अर्थात बैन किए गए वालो.......
मैं एतद द्वारा घोषणा करता हूँ कि मैं चरम,परम,अति परम,महा परम देश भक्त हूँ.
यह ख्याल भारत सरकार के 59 चीनी ऐप बैन करने की घोषणा से मुझे आया.
वैसे 56 बैन किए गए होते तो आहा फिर स्वर्णिम अवसर होता
56 इंच से पाबंदी की तुकबंदी करने का. पर निराश
न हों, 56 न सही 59 ही सही !
यह तो उनका मामला है. वे तुक मिला ही लेंगे. तुक और तर्क
वे कैसे भी मिला ही लेते हैं. सीधे से नहीं मिलता,अक्सरहां ऐसा
होता ही है ! तो वे जोड़-तोड़,तुक और तर्क की गर्दन मरोड़ करके भी
मिला ही लेते हैं. नहीं मिलता तो तुक और तर्क को ही मिट्टी में मिला देते हैं ! तुक
और तर्क के सामने दो ही रास्ते हैं,उनके साथ मिले या मिट्टी में
मिले !
बहरहाल बात यहाँ से शुरू हुई थी कि चरम,परम,अति परम,महा परम देश भक्त हूँ.
अब आप पूछेंगे कि ऐसा ख्याल मुझे अचानक क्यूँ आया ? भई इसलिए
क्यूंकि कल भारत सरकार ने कल 59 चीनी ऐप बैन कर दिये. अब आप सोचेंगे कि भारत सरकार के चीनी ऐप बैन करने
से मैं चरम,परम,अति परम,महा परम देश भक्त कैसे हो गया !
अरे महाराज, ऐसे हो गया क्यूंकि
भारत सरकार ने जिन 59 ऐप को बैन करने की घोषणा की,उनमें से मेरे
फोन में कोई नहीं था. और इतना ही नहीं बात इससे आगे भी है ! इन 59 में से पाँच-सात
से ज्यादा के तो मैं नाम भी नहीं जानता था. जिन ऐपों के जरिये एक मुल्क अपनी आर्थिकी
चमका रहा था,जिन ऐपों को बैन करके उसकी आर्थिक कमर तोड़ने का प्रबंध
किया जा रहा है, वो ऐप मेरे फोन में थे ही नहीं और उनमें से अधिकांश
के बारे में मैं जानता तक नहीं था. जानकारी हीनता यानि जानकारी न होना भी देशभक्ति
का सबब हो सकता है,यह गूढ़ ज्ञान भी अपनी ऐप अज्ञानता से मुझे
प्राप्त हुआ.
चीन को सबक सिखाने के लिए जो कदम भारत सरकार ने कल उठाया,वो तो मैं बरसों-बरस से उठाए हुए था. इन ऐपों के मार्केट में आने की बाद अब
तक मेरे फोन ने इनका मुंह तक न देखा. इस तरह चीन को और उसकी आर्थिकी को बरसों-बरस से
लगातार धक्का पहुंचा रहा हूँ मैं ! भारत सरकार तो हाल-फिलहाल में टिकटॉक पर आ भी गई
थी,मैंने तो उस मुए टिकटॉक का मुंह भी न देखा,दुर्र फिट्टे मुंह !
वैसे ऐप अनइन्स्टाल करके आर्थिकी डुबोने का आइडिया गज़ब है. आप अपने मोबाइल पर ऐप को अनइन्स्टाल करते हैं तो कैसे चूर-चूर करके गिरता है वह ! एक-एक करके 59 ऐप अनइन्स्टाल करते हैं,उनको चूर-चूर करके गिरते देखते हैं,बार-बार देखते हैं,59 बार देखते हैं ! आपको आभास होता है कि यह चूर-चूर करके गिरता ऐप नहीं बल्कि दुश्मन देश है. सीमा पर जो कुछ भी हो पर फोन में तो चूर-चूर करने का आभास आपको हो ही रहा है. बस यह आभास ही सब कुछ है. आभासी दुनिया को वास्तविक दुनिया समझिए,ऐप को चूर-चूर होता देखिये और मस्त रहिए !
-इन्द्रेश मैखुरी
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