विधानसभा चुनाव की तरफ बढ़ते पश्चिम
बंगाल में कमल खिलाने के लिए भाजपा ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाया हुआ है. इसके लिए सारे
दांव आजमाए जा रहे हैं.
इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य भाजपा नेता
बंगाल को अपराध मुक्त करने का दावा कर रहे हैं और उधर भाजपा युवा मोर्चा की पश्चिम
बंगाल की महासचिव पामेला गोस्वामी को कोलकाता में पुलिस ने एक अन्य भाजपा युवा मोर्चा
के नेता प्रबीर कुमार डे के साथ 10 लाख रुपये की कोकीन के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पामेला प्रकरण की जैसे-जैसे परतें खुल रही हैं तो पता
चल रहा है कि “कमल” वाली पार्टी में बंगाल में किस कदर कीचड़ पसरा हुआ है. कोलकाता पुलिस
के अनुसार पामेला के पिता ने बीते साल पामेला के ड्रग्स की चपेट में आने की शिकायत
पुलिस से की थी. आउटलुक पोर्टल पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार पामेला के साथ कल गिरफ्तार
किए गए प्रबीर कुमार डे पर पामेला के पिता ने उनकी बेटी को ड्रग की लत लगाने का आरोप
लगाया था. पामेला के पिता का आरोप था कि प्रबीर शादीशुदा होने के बावजूद उनकी बेटी
से विवाहेत्तर संबंध बनाए रखने के लिए उसे ड्रग्स दे रहा है.
पामेला ने अपनी गिरफ्तारी के बाद मीडिया के सामने चिल्लाते हुए जो आरोप लगाए,वे बंगाल भाजपा की अंदरूनी कलह को सामने लाते हैं. पामेला ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के नजदीकी राकेश सिंह पर फंसाने का आरोप लगाया.
आरोपों को नकारते हुए राकेश
सिंह ने कहा कि पामेला के पिता तक ने उनके विरुद्ध शिकायत की है.
पामेला प्रकरण में आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला भाजपा
के भीतर ही चल रहा है. यह दर्शाता है कि आपस में किस कदर द्वेष,अविश्वास और षड्यंत्रकारी मानसिकता की जकड़ में बंगाल भाजपा है.
वैसे बंगाल भाजपा में गंभीर अपराधों के आरोप नए नहीं हैं.
2017 में बच्चों की तस्करी के रैकेट से जुड़े होने के आरोप में भाजपा महिला मोर्चा की
नेता जूही चौधरी को गिरफ्तार किया गया था. अदालत द्वारा जूही को जेल भेजने के बाद उन्हें
महिला मोर्चा के राज्य सचिव पद से हटा दिया था. इस प्रकरण में दूसरी आरोपी ने बयान
दिया था कि मामला सुलझाने के लिए जूही ने रूपा गांगुली और कैलाश विजयवर्गीय से बात
की थी. दोनों नेताओं ने इस बात से इंकार किया. आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उस समय
पश्चिम बंगाल भाजपा को कहना पड़ा था कि यदि जूही दोषी पायी गयी तो पार्टी उसका पक्ष
नहीं लेगी.
भ्रष्टाचार से लड़ने का दावा भाजपा देश और बंगाल में बड़े
ज़ोरशोर से करती है. लेकिन बंगाल में हजारों करोड़ रुपये के शारदा चिट फंड घोटाले के आरोपियों को भाजपा ने बड़ी धूम-धाम
से पार्टी में शामिल किया. मुकुल रॉय,सुवेन्दु अधिकारी और सोवन चटर्जी जैसे शारदा घोटाले
के आरोपी तृणमूल कॉंग्रेस के नेता अब बंगाल में भाजपा के प्रमुख चेहरे हैं. अखबारी
रिपोर्टों के अनुसार भाजपा में शामिल होते ही इन नेताओं के इर्दगिर्द कसा सीबीआई का
शिकंजा
ढीला पड़ता चला गया.
पश्चिम बंगाल के विकास और सोनार बंगाल बनाने के भाजपा
के चाहे जितने भी दावे हों पर शारदा चिट फंड के आरोपी,बच्चों की तस्करी के आरोपी और पामेला गोस्वामी के कोकीन सहित गिरफ्तार होने
जैसे प्रकरण ही बंगाल में उसका असली रूप है ! यह जो कीचड़ वह समेटे हुए है, क्या इसी के बूते “कमल” खिलाने का ख्वाब है ?
-इन्द्रेश मैखुरी
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राष्ट्रवादी कोकेन
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