भाई विधायक गणों :
चुना तुमने केंद्रीय नेतृत्व के नाम पर जाना है
विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार
तुमने हाईकमान को सौंप
देना है
भेड़ें आंख मूंदकर आगे चलने वाली भेड़ के पीछे चलती है
तुम्हारी विधायक चाल तो भेड़ चाल को भी मात कर रही है भाई !
तुम तो हाईकमान नाम के दैत्य के हाथों की रबड़ की मोहर हो
भेड़ और रबड़ की मोहर होने के लिए चुनाव-दर-चुनाव
पैसे और शराब की गंगा बहाते हो तुम ?
तुम्हारा शौक होगा विधायक निधि का कमीशन खाने वाली भेड़
और रबड़ की मोहर होना
पर भाई
उत्तराखंड आखिर इंसान की शक्ल वाली भेड़ें
और रबड़ की मोहरें क्यों चुने?
-इन्द्रेश मैखुरी
2 Comments
Excellent satire
ReplyDeleteशुक्रिया
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