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दुग्ध संघ में ठेकेदार द्वारा मजदूरों से वसूली के खिलाफ











प्रति,

1.     1. श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,

    उत्तराखंड शासन, देहरादून.

 

2     2. पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री महोदया,

     उत्तराखंड शासन, देहरादून.

 

3     3. श्रीमान मुख्य सचिव महोदय,

    उत्तराखंड शासन, देहरादून.

 

4  4. श्रीमान सचिव महोदय

  दुग्ध विकास,उत्तराखंड शासन

     देहरादून.

 

5  5. श्रीमान निदेशक महोदय,

   डेयरी विकास विभाग, हल्द्वानी

 

6 6. श्रीमान प्रबंध निदेशक,

  उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन

 

7.  7.श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय

     उत्तराखंड पुलिस, देहरादून.

 

8    8.श्रीमान जिलाधिकारी महोदय,

     चमोली (गोपेश्वर).

 

9.  9.श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय

   चमोली (गोपेश्वर)


 

 

महोदय/ महोदया,

               यह ज्ञात हुआ है कि उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा संचालित विभिन्न दुग्ध संयंत्रों में आउटसोर्सिंग द्वारा मजदूर एवं अन्य कार्मिक आपूर्ति का ठेका मैसर्स पांखी नामक एजेंसी को मिला है.


साथ ही यह भी ज्ञात हुआ है कि मैसर्स पांखी द्वारा दुग्ध संयंत्रों में पूर्व से कार्यरत मजदूरों एवं अन्य श्रमिकों से कहा जा रहा है कि वे आगे तभी काम कर पाएंगे, जबकि वे मैसर्स पांखी को प्रति मजदूर/कार्मिक, तीस हजार रुपये का भुगतान करेंगे.







महोदय, यह अपने आप में विचित्र काम है जो मैसर्स पांखी द्वारा किया जा रहा है कि वे मजदूरों को भुगतान करने के बजाय उल्टा काम शुरू करने से पहले मजदूरों और अन्य कार्मिकों से पैसे की मांग कर रहे हैं. यह पैसे की मांग करते हुए मजदूरों को मैसर्स पांखी की ओर से धमकाया गया कि उनकी पहुँच बहुत ऊपर तक है और मुख्यमंत्री भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते.


महोदय, इस अवैध वसूली के लिए मैसर्स पांखी का अनुबंध रद्द किया जाना चाहिए और उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए.


इसके अलावा मैसर्स पांखी द्वारा अखबारों में विज्ञापन दे कर उत्तराखंड सरकार के डेरी विकास विभाग में 350 संविदा पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. महोदय, यह विज्ञापन, बेरोजगारों को उत्तराखंड सरकार के नाम का प्रयोग करते हुए ठगने का षड्यंत्र है. कोई आउटसोर्सिंग एजेंसी किसी सरकारी विभाग में संविदा पर नियुक्ति नहीं दे सकती. लेकिन मैसर्स पांखी द्वारा संविदा पर नियुक्ति देने का भ्रामक विज्ञापन जारी किया गया.






बेरोजगारों को छलने के लिए ऐसा भ्रामक विज्ञापन जारी करने के लिए भी मैसर्स पांखी के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.


महोदय/ महोदया, इस संदर्भ में यह भी अवगत करवाना है कि चूंकि सिमली (जिला चमोली) दुग्ध संघ में कार्यरत मजदूरों एवं अन्य कार्मिकों ने मैसर्स पांखी द्वारा मांगी गयी तीस हजार की रकम देने में असमर्थता जाहिर की, इसलिए मैसर्स पांखी द्वारा कल दिनांक 18 अक्टूबर 2021 को अपने मजदूर एवं कार्मिक सिमली दुग्ध संघ में ला कर पहले से कार्यरत मजदूरों को बाहर करने की सूचना है.



महोदय/ महोदया, इस संदर्भ में हम स्पष्ट चेतावनी देना चाहते हैं कि अवैध रूप से वसूले जा रहे तीस हजार रुपये न देने वालों को बाहर करने के मैसर्स पांखी के प्रयासों का हम पुरजोर विरोध करेंगे और इसके लिए आंदोलनात्मक कार्यवाही भी अमल में लाएंगे. अगर उत्तराखंड शासन, प्रशासन और पुलिस द्वारा मैसर्स पांखी के अवैध कृत्यों पर रोक नहीं लगाई गयी तो ऐसे में पैदा होने वाली किसी भी अप्रिय स्थिति का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व उत्तराखंड सरकार का होगा.


उम्मीद है कि मसले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए मैसर्स पांखी के अवैधानिक कृत्यों के विरुद्ध तत्काल वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी.


सधन्यवाद,


सहयोगाकांक्षी

इन्द्रेश मैखुरी

गढ़वाल सचिव

भाकपा(माले)


 

 

 


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1 Comments

  1. दुग्ध संघ में मेसर्स पांखी द्वारा 30 हज़ार की मजदूरों से वसूली अनैतिक एवं गैरकानूनी है।

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