रुड़की में 03 सितंबर 2021 को चर्च पर हमले की भाकपा (माले) तीव्र भर्त्सना करती है.
हम यह मांग करते हैं कि दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उत्तराखंड सरकार
यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति किसी हालत में न
होने पाए.
चर्च पर हमले की यह घटना एक सुनियोजित षड्यंत्र है. प्रदेश में
आसन्न विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और उसके अनुषांगिक व बिरादराना संगठन
जानबूझकर कर साम्प्रदायिक उन्माद और वैमनस्य को बढ़ावा दे रहे हैं. स्वयं राज्य
सरकार भी इस तरह की चीजों को बढ़ावा दे रही है, जिससे साम्प्रदायिक विभाजन की खाई
चौड़ी हो.
सांप्रदायिक उन्माद को बढ़ावा देने की यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि
भाजपा आसन्न विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है. ऐसी
घटनाओं को बढ़ावा देने से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा स्वयं भी समझ रही है कि
प्रचंड बहुमत के बावजूद मुख्यमंत्री बदलने के अलावा उसकी कोई ठोस उपलब्धि नहीं है.
इसलिए अल्पसंख्यकों के विरुद्ध भावनाएं और उन्माद भड़का कर वह चुनावी वैतरणी पार
करना चाहती है.
प्रदेश की सभी धर्मनिरपेक्ष और जनवादी शक्तियों से हम अपील करते
हैं कि धार्मिक आधार पर प्रदेश को बांटने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के
खिलाफ मजबूती से खड़े हों. उत्तराखंड की बेहतरी के लिए भी यह आवश्यक है कि
प्रदेश में वैमनस्य, बंटवारे और उन्माद की राजनीति को शिकस्त दी जाए.
इन्द्रेश मैखुरी
गढ़वाल सचिव
भाकपा(माले)
1 Comments
ज़ोर-जबर्दस्ती से मज़हब को लेकर उपजी हिंसा अशोभनीय हैं। जिसका विरोध होना लाजमी है। हर शख़्स को आज़ादी होनी चाहिए अपने ढंग से इबादत करने की।
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