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किशोर ह्यूमन को रिहा करो

 






पिथौरागढ़ के पत्रकार किशोर ह्यूमन की गिरफ्तारी के विरुद्ध देहरादून के आंदोलनकारी और पत्रकारों ने गांधी पार्क के गेट पर एकत्र हो कर प्रदर्शन किया, नारे बाजी की, जन गीत गाये, किशोर की रिहाई और पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग वाला ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा 










प्रति,

    श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,

     उत्तराखंड शासन, देहरादून






 

द्वारा : ईमेल

 

महोदय,

       यह बड़े क्षोभ का विषय है कि पिथौरागढ़ के युवा पत्रकार किशोर ह्यूमन  को पुलिस द्वारा दो जातियों के बीच सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने जैसे हवाई आरोप लगा कर गिरफ्तार कर लिया गया है. 








जनज्वार पोर्टल पर प्रसारित जिन दो विडियोज को पिथौरागढ़ की पुलिस ने किशोर पर मुकदमें और गिरफ्तारी का आधार बनाया है, उनमें वर्णित बातें, उन दोनों ही मामलों से जुड़े तथ्य थे, जिन पर किशोर चर्चा कर रहे थे. 13 फरवरी 2022 को डीडीहाट में रामी राम की हत्या हुई. यह तथ्य है कि रामी राम दलित थे और उनके हत्यारोपी सवर्ण. इस मामले पर किशोर द्वारा 18 फरवरी को जनज्वार पोर्टल पर प्रसारित वीडियो में चर्चा की गयी. मुकदमें का आधार बनाया गया,दूसरा वीडियो जो 21 फरवरी का है. इसमें किशोर एक ऐसे पिता से बात कर रहे हैं, जिनका आरोप है कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और अब कोई कार्यवाही नहीं हो रही है.







महोदय, पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक और उनकी पुलिस यदि संवेदनशील होते तो वे उक्त दोनों ही वीडियो में उठाए गए मसलों पर कार्यवाही करने को प्राथमिकता देते. लेकिन उन्होंने मसलों पर नहीं, मसले उठाने वाले पत्रकार के विरुद्ध कार्यवाही करने को प्राथमिकता दी और इस द्वेष व दुराग्रहपूर्ण कार्यवाही के लिए जातियों के बीच सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने जैसा बचकाना तथा मनगढ़ंत बहाना बनाया.


महोदय, किशोर के विरुद्ध कार्यवाही, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उनके नागरिक आधिकार का अतिक्रमण है. प्रश्न यह भी है कि क्या किसी पत्रकार को पत्रकारिता करने के लिए क्या पुलिस की पूर्वानुमति लेनी होगी ? यह स्वतंत्र पत्रकारिता पर सीधा हमला है.





महोदय, हम आपसे यह मांग करते हैं कि किशोर ह्यूमन के विरुद्ध दर्ज मुकदमा  तत्काल रद्द किया जाये और उन्हें अविलंब बिना शर्त रिहा किया जाये. साथ ही किशोर के विरुद्ध मनगढ़ंत आरोप लगा कर उन्हें गिरफ्तार करने वाले पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक व अन्य पुलिस कर्मियों को झूठा मुकदमा दर्ज करने के लिए  तत्काल निलंबित किया जाये तथा उनके विरुद्ध ऐसा करने के लिए मुकदमा दर्ज किया जाये.


सधन्यवाद,


कांता प्रसाद

सेवानिवृत्त जिला जज

 

राजीवनयन बहुगुणा

वरिष्ठ पत्रकार

 

पवन लालचंद

वरिष्ठ पत्रकार

संपादक, न्यूज़ अड्डा

 

जयदीप सकलानी

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी

 

त्रिलोचन भट्ट

वरिष्ठ पत्रकार

 

इन्द्रेश मैखुरी

गढ़वाल सचिव, भाकपा(माले)

 

नितिन मलेठा

राज्य अध्यक्ष, एसएफ़आई

 

सुरेश नेगी

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी

 

विजय भट्ट

भारत ज्ञान विज्ञान समिति

 

इन्द्रेश नौटियाल

भारत ज्ञान विज्ञान समिति

 

शंकर गोपाल कृषणन

चेतना आंदोलन

 

विनोद बडोनी

चेतना आंदोलन

 

 

संजीव घिल्डियाल

एक्टिविस्ट

 

देवेंद्र रावल

एसएफ़आई

 

सचिन पुरोहित

एसएफ़आई

 

सुमन नेगी

एसएफ़आई

 

योगेश नेगी

एसएफ़आई

 

अक्षत सेठ

एसएफ़आई

 

सोनाली नेगी

एसएफ़आई

 

गंगा साह आशुकवि

एक्टिविस्ट

 

शैलेंद्र परमार

एसएफ़आई

 

आजम

 

कपिल कुमार

 

विजय शंकर शुक्ला

एक्टिविस्ट

 

वर्गीश बमोला

भाकपा(माले)

 

राहुल मेहता

भाकपा(माले)


गौरव राजौरिया

भीम आर्मी

 

इनके अलावा भीम आर्मी के कुछ अन्य  साथी भी प्रदर्शन में शामिल हुए, उनके नाम ज्ञापन पर स्पष्ट न होने के कारण लिखे नहीं जा सके.

 

 

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