लगभग हफ्ता भर पहले राजस्थान
के उदयपुर में एक टेलर कन्हैया लाल तेली की दो लोगों ने नृशंस तरीके से हत्या कर
दी. हत्या करने वाले रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस ने इस बर्बर हत्याकांड का
वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. वीडियो से साफ था कि हत्यारों को अपने
किए पर कतई कोई पछतावा नहीं है.
इस हत्यकाण्ड की बात सामने आते ही पूरे देश में हर
तबके के लोगों ने इसकी निंदा की और हत्याकांड के जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर
कार्यवाही की मांग की. लेकिन इस हत्याकांड के बाद जैसे दक्षिणपंथी संगठनों ने यह
अवसर देखा कि वे उनके तौर-तरीके का विरोध करने वाले हर व्यक्ति, संगठन या पार्टी को इस हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके विरुद्ध
विषवमन करें. जबकि प्रगतिशील, उदारवादी या वामपंथी लोग हर
तरह की कट्टरता का विरोध करते रहे हैं.
लेकिन उदयपुर के मामले में जो नयी बातें सामने आई हैं, वे बेहद गंभीर हैं और किसी बड़े षड्यंत्र की तरफ इशारा करती हैं.
पहले अंग्रेजी न्यूज़ चैनल- इंडिया टुडे ने एक खबर प्रसारित की. उक्त खबर ने कहा कि हत्यारों में से एक-रियाज, भाजपा में “घुसपैठ” करने की कोशिश की थी.
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार
रियाज बीते तीन वर्षों से लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में उसके अल्पसंख्यक मोर्चे
के पदाधिकारियों के साथ जाता था. इंडिया टुडे की खबर में रियाज के साथ राजस्थान
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के फोटो
भी प्रसारित हुए.
इंडिया टुडे इकलौता चैनल नहीं है, जिसने ऐसी खबर की. बीते रोज दैनिक भास्कर ने एक खबर की, जिसमें उसने कई तथ्यों और फोटो के जरिये यह स्थापित किया कि कन्हैया लाल के हत्यारों में से एक- रियाज, भाजपा का सदस्य था. 03 जुलाई रात साढ़े आठ बजे, दैनिक भास्कर के वेब पोर्टल पर अपलोड की गयी निखिल शर्मा की रिपोर्ट सिलसिलेवार तरीके से यह स्थापित करती है कि कन्हैया लाल के हत्यारों में से एक-रियाज 2019 में भाजपा का सदस्य बन गया था.
उक्त रिपोर्ट में एक फोटो दिया गया है, जिसका
ब्यौरा देते हुए रिपोर्ट कहती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने सदस्यता अभियान चलाया था. उदयपुर के भाजपा के जिलामंत्री करण सिंह शक्तावत, सदस्य अभियान के जिला संयोजक थे और भास्कर के पोर्टल में दी गयी फोटो में
स्वयं रियाज के गले सदस्यता देने के मौके पर पहनाया जाने वाला भाजपा का पटका डाल
रहे हैं.
दैनिक भास्कर ने एक अन्य फोटो दी है, जिसके ब्यौरे के अनुसार भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के पूर्व मण्डल अध्यक्ष
मोहम्मद ताहिर ने रियाज को भाजपा कार्यकर्ता लिखा है और पूर्व मेयर चन्द्र सिंह
कोठारी का रियाज को सम्मानित करते हुए फोटो भी सामने आया है. मोहम्मद ताहिर ने तो
अपनी फेसबुक पोस्ट में रियाज का जिक्र करते हुए “हर दिल अजीज हमारे रियाज अट्टारी, भाजपा कार्यकर्ता” लिखा है.
दैनिक भास्कर की खबर में भी नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद
कटारिया के साथ रियाज का 2018 का फोटो प्रकाशित किया गया है. साथ ही भास्कर की खबर
में इस बात का भी जिक्र है कि भाजपा सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान में राजस्थान
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के दामाद, पूर्व पार्षद, मण्डल अध्यक्ष अतुल चंडालिया की फ़ैक्ट्री
में भी काम कर चुका है. अतुल चंडालिया का
बयान भी खबर में दिया गया है कि 2015-16 में रियाज ने उनकी मेटल कटिंग फ़ैक्ट्री
में करीब चार महीने काम किया.
दैनिक भास्कर की खबर से स्पष्ट है कि उदयपुर की जघन्य
वारदात करने वाला रियाज अट्टारी भाजपा का सदस्य था और भाजपा नेताओं का परिचित भी
था.
हैरत की बात यह है कि दैनिक भास्कर के पोर्टल
पर जिस लिंक पर यह खबर 03 जुलाई की रात खुल रही थी, इन पंक्तियों के लिखते समय, वहाँ लिखा हुआ आ रहा
है- “आप जो पेज
खोज रहे हैं, वह उपलब्ध नहीं है”
लेकिन इन पंक्तियों के लेखक के पास पूरी खबर के स्क्रीनशॉट मौजूद हैं.
दैनिक भास्कर को बताना चाहिए कि वह खबर अब पोर्टल पर क्यूँ नहीं खुल रही है ?
यह इकलौता मामला नहीं है, जहां भाजपा
संदेह के घेरे में है.
03 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के टुकसन-ढोक गाँव में ग्रामीणों ने दो आतंकवादियों को पकड़ कर पुलिस के
हवाले कर दिया. इन आतंकवादियों के पास भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए. पुलिस के
अनुसार पकड़े गए आतंकवादियों के नाम तालिब हुसैन और फैसल अहमद डार हैं और वे लश्करे
तैयबा से जुड़े हुए हैं.
हैरत की बात है कि इनमें से तालिब हुसैन इसी साल मई में भाजपा के अलसंख्यक मोर्चे का सोशल मीडिया प्रभारी नियुक्त हुआ था.
अंग्रेजी न्यूज़ पोर्टल- द वायर में छपी रिपोर्ट
के अनुसार भाजपा नेताओं के अनुसार कुछ समय पहले तालिब ने उक्त पद से त्यागपत्र दे दिया
था. न्यूज़ 18 के पोर्टल पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनसार तालिब एक न्यूज़ पोर्टल भी चलाता
था और 2018 के उसके प्रोफाइल फोटो में लिखा था- आई लव नमो !
एडीजीपी जम्मू के ट्विटर हैंडल के ट्वीट के जवाब में कुछ लोगों ने लिखा कि तालिब
सात साल से भाजपा से जुड़ा था. हालांकि एक भाजपा नेता ने इसे भाजपा में घुसपैठ की कोशिश
बताया. जम्मू कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविन्द्र रैना समेत कई भाजपा नेताओं के साथ तालिब
के फोटो सामने आए हैं. कुछ समय पहले ही तालिब
को जम्मू कश्मीर पुलिस ने वांटेड आतंकवादी घोषित किया था और पुलिस के अनुसार, उसे लश्कर ने पीर पंजाल घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने का
जिम्मा सौंपा था.
इस तरह देखें तो उदयपुर के हत्यारे और जम्मू कश्मीर
के
आतंकवादी दोनों के संबंध भाजपा से रहे हैं. इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में उदयपुर के हत्यारे
के भाजपा से संबंध को भाजपा में घुसपैठ की कोशिश कहा ! क्या किसी और पार्टी से उस हत्यारे
का संबंध निकलता तो भी क्या मीडिया ऐसी ही भाषा का इस्तेमाल करता ? दैनिक भास्कर के वेब पोर्टल से तो इस मामले पर किए गए खुलासे की रिपोर्ट गायब
हो गयी है ! किसी दूसरी पार्टी के संबंध में ऐसा खुलासा होता, तब भी क्या वह रिपोर्ट गायब हो जाती ? किसी और पार्टी
के किसी मोर्चे का सोशल मीडिया प्रमुख, आतंकवादी के तौर पर पकड़ा
जाता, तब भी क्या मीडिया में इसी तरह का सन्नाटा होता ? राहुल गांधी ने जो बात वायनाड के संदर्भ में बोली, उसे
उदयपुर के साथ नत्थी करने की कोशिश करता, इस देश का एक टीवी चैनल
रंगे हाथ पकड़ा जा चुका है. लेकिन हत्यारे और आतंकवादी भाजपा के सदस्य थे तो टीवी चैनलों
को साँप सूंघ गया है ! यह पहला मामला नहीं है, जबकि इस तरह के
देश विरोधी कृत्यों में भाजपा के लोग पकड़े गए हैं. 2017 में मध्य प्रदेश में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई
के लिए जासूसी करने के लिए पकड़ा गया ध्रुव सक्सेना, भाजपा के
आईटी सेल से जुड़ा हुआ था.
सबसे बड़ी राष्ट्रवादी पार्टी होने का दावा भी भाजपा
का है और देश को तोड़ने तथा आतंकवाद जैसे जघन्य देश विरोधी कृत्यों के आरोप में पकड़े
जाने वाले आरोपी भी भाजपा से जुड़े पाये जा रहे हैं ! हैरत यह है कि भाजपा और देश में
रात-दिन बात-बेबात चिल्लाने वाले टीवी चैनल के एंकर, दोनों के ही
मुंह से इन मामलों में बोल नहीं फूट रहे हैं !
-इन्द्रेश मैखुरी
1 Comments
किसी और पार्टी के साथ ऐसा होता तो ये नङ्गे नाच करते,
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