प्रति,
अध्यक्ष महोदया,
उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग,
देहारादून.
महोदया,
15 जुलाई 2022 को चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के हेलंग में घास काट कर लौट
रही महिलाओं से घास छीनने और उन्हें गिरफ्तार करने की घटना पूरे प्रदेश में चर्चा
का विषय है.
लेकिन महोदया, इस प्रकरण में जिस बात पर सबसे कम
ध्यान दिया जा रहा है, वो यह है कि न केवल महिलाओं को पुलिस
द्वारा हिरासत में लिया गया बल्कि एक डेढ़-दो साल की बच्ची को भी पुलिस कस्टडी में
लिया गया. यह ज्ञात हुआ है कि उस डेढ़-दो साल के बच्चे को भी एक घंटे से अधिक पुलिस
के वाहन में बिना पानी-दूध आदि के बैठाये रखा गया.
महोदया, यह समझ से परे है
कि किसी अबोध बच्चे को इस तरह एक घंटे तक पुलिस की गाड़ी में क्यूं और कैसे बैठाये
रखा जा सकता है ? वह अबोध बच्चा किस अपराध का दोषी था, पुलिस की नज़र में ?
महोदया, उक्त प्रकरण की
गंभीरता को देखते हुए निवेदन है कि तत्काल उक्त प्रकरण की जांच करवा कर दोषियों के
विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की कृपा करें.
सधन्यवाद,
सहयोगाकांक्षी
इन्द्रेश
मैखुरी
गढ़वाल सचिव
भाकपा(माले)
नोट : यह पत्र ईमेल से भेजा गया है.
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