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थराली : अपनी पेशी पर आए आंदोलनकारियों ने की किरण नेगी के इंसाफ की मांग की

 








चमोली जिले की थराली तहसील में दर्जन भर महिलाएं और युवा एकत्र हैं. ये नजदीक के बाजार कुलसारी के निकट के गांव जबरकोट, ताजपुर आदि के निवासी हैं. ये महिलाएं और युवा बीते छह महीने से अपने गांव की सरहद पर लगाए जाने वाले स्टोन क्रशर के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. स्टोन क्रशर लगाने वाले के पक्ष में प्रशासनिक अमले का पलड़ा झुका हुआ देखा जा सकता है. इसीलिए पटवारी क्षेत्र में होने के बावजूद इन्हें डराने के लिए पुलिस भी भेजी गयी. पर ये मजबूती से टिके हुए हैं. अब एक नया दांव आजमाया जा रहा है. इन सभी को शांति भंग का नोटिस दिया गया है. इसी नोटिस का सामने करने ये थराली तहसील में आए हुए हैं. 



उपजिलाधिकारी, थराली के सामने शांति भंग की पेशी से निपटने के बाद ये पुनः उपजिलाधिकारी के दरवाजे पर खड़े हो गए. दिल्ली में हुए किरण नेगी हत्याकांड के आरोपियों को बरी किए जाने के खिलाफ ये अब ज्ञापन देने के लिए खड़े हैं. उपजिलाधिकारी थराली, बाहर आते हैं और उनको राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जाता है. ज्ञापन देने में इन आंदोलनकारियों के साथ उनके वकील और देवाल के पूर्व प्रमुख देवी दत्त कुनियाल भी शामिल हो जाते हैं. 











थराली में आंदोलनकारियों और भाकपा( माले) की ओर से निम्नलिखित ज्ञापन दिया गया :  








प्रति

    महामहिम राष्ट्रपति महोदय, 
      भारत, नई दिल्ली.
 द्वारा : श्रीमान उपजिलाधिकारी, थराली

महामहिम, 
            09 फरवरी 2012 को दिल्ली में दफ्तर से लौट रही किरण नेगी का  हनुमान चौक, कुतुब विहार छवाला से अपहरण कर लिया गया. तीन दिन बाद उसका शव बरामद हुआ. इसी बीच यह पुलिस जांच में सामने आया कि राहुल, उसके भाई रवि और एक अन्य व्यक्ति विनोद ने किरण नेगी का अपहरण किया और बलात्कार के बाद उसकी हत्या करके शव झज्जर में खेतों फेंक दिया.












फास्ट ट्रैक कोर्ट और दिल्ली  उच्च न्यायालय ने आरोपियों को मृत्यदंड की सजा सुनाई. परंतु उच्चतम न्यायालय ने संदेह का लाभ देते हुए आरोपियों को बरी कर दिया.

महामहिम, इससे तो इंकार नहीं किया जा सकता कि किरण नेगी का अपहरण करके हत्या कर दी गयी. क्या इसे इंसाफ कहा जा सकता है कि एक युवती के अपहरण, बलात्कार और हत्या के प्रकरण में एक दशक के बाद सब आरोपी बरी कर दिये जाएं और किसी को कोई सजा न हो? क्या हत्यारे और बलात्कारियों को कानून की पेचीदगी का फायदा उठा कर खुला घूमने की अनुमति दी जानी चाहिए.

महामहिम, आपसे मांग है कि इस प्रकरण में हस्तक्षेप करते हुए केंद्र व दिल्ली सरकार को किरण नेगी को न्याय दिलाने के लिए पुनर्विचार याचिका दाखिल करने समेत न्याय हेतु प्रभावी उपाय करने हेतु निर्देशित करने की कृपा करें.

सधन्यवाद

पुष्पा देवी
हीरा देवी
कस्तूरा देवी
हीरा देवी
धना देवी
पार्वती देवी
राधिका देवी
कल्पना देवी

देवी दत्त कुनियाल
पूर्व ब्लॉक प्रमुख, देवाल


जय सिंह बिष्ट
सचिव,बार एसोसिएशन, थराली

कपूर सिंह रावत
गढ़वाल कमेटी सदस्य
भाकपा (माले) 

अतुल सती
गढ़वाल कमेटी सदस्य
भाकपा (माले) 



नीरज कडारी

इन्द्रेश मैखुरी
गढ़वाल सचिव
भाकपा (माले) 

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