ट्विटर पर एक हैंडल का नाम है-बीए प्रॉपर्टी वाला
(@BAPropertyWala) . बीए
प्रॉपर्टीवाला नाम का यह हैंडल, देश के अलग-अलग हिस्सों में जमीन और संपत्ति का ब्यौरा
और उसके खरीद की कीमतों को निरंतर ट्वीट करता रहता है. इस हैंडल के नाम से ही स्पष्ट
है कि यह प्रॉपर्टी के धंधे वाले किसी कंपनी/व्यक्ति का हैंडल है.
बीए प्रॉपर्टी वाला के ट्विटर हैंडल पर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुरुग्राम आदि विभिन्न जगहों पर जमीन, फ्लैट आदि की बिक्री संबंधी ट्वीट किए जाते हैं. प्रॉपर्टी का यह धंधा बेहद
हाईटेक और आधुनिक तरीके से चलाया जा रहा है.
बीए प्रॉपर्टी वाला के ट्विटर हैंडल पर देश के दूसरे हिस्सों के अलावा उत्तराखंड में भी कई जगह प्रॉपर्टी के बिक्री संबंधी ट्वीट देखे जा सकते हैं. वो हरिद्वार में रिहायशी प्लॉट 21 लाख में ऑफर कर रहे हैं.
मुक्तेश्वर में 1.30 करोड़ में 2 बीएचके कॉटेज खरीदने का ऑफर है.
जिम कॉर्बेट के इलाके में 68 लाख में संपत्ति खरीद कर महीने में एक से डेढ़ लाख कमाने का ऑफर भी बीए प्रॉपर्टी वाला का है.
इस तरह के
ऑफरों की भरमार है, बीए प्रॉपर्टी
वाला के ट्विटर हैंडल पर.
उत्तराखंड की प्रॉपर्टी संबंधी ट्वीट, इस ट्विटर हैंडल
पर देख कर ऐसा लगता है, जैसे की
उत्तराखंड के अधिकांश ज़मीनों का मालिकाना इन्हीं के पास है.
यह रोचक है कि इस ट्विटर हैंडल के ट्वीट्स को तेजिंदर
पाल सिंह बग्गा द्वारा निरंतर रीट्वीट किया जाता है. तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, भाजपा के नेता
हैं. वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव हैं और उत्तराखंड के प्रभारी हैं.
तेजिंदर पाल सिंह बग्गा द्वारा बीए प्रॉपर्टी वाला के उत्तराखंड एवं अन्य राज्यों के जमीन और संपत्ति बेचने संबंधी ट्वीट देख कर पहले- पहल आश्चर्य हुआ. फिर ट्विटर पर ही साथियों ने बताया कि बीए प्रॉपर्टी वाला का जो नंबर दिया गया है, उस पर डायल करने से ट्रू कॉलर पर तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का ही नाम आ रहा है. तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का ट्विटर हैंडल देखिये, वहाँ उन्होंने भाजपा संबंधी परिचय के साथ ही स्वयं को बीए प्रॉपर्टी वाला का संस्थापक भी लिखा है.
इस ब्यौरे से साफ है कि बीए प्रॉपर्टी वाला के जमीन- मकान
के बेचने के ट्वीट को रीट्वीट करने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ही इस
उपक्रम के मालिक हैं.
तो तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, संपत्ति की खरीद-बिक्री के लिए उत्तराखंड आते होंगे और उसी बीच भाजयुमो के
प्रभारी के काम को भी निपटाते होंगे या फिर भाजयुमो के प्रभारी की हैसियत से यहाँ आकर, उत्तराखंड की ज़मीनों को निपटाते होंगे ?
उत्तराखंड में ज़मीनों की बेरोकटोक खरीद-बिक्री को लेकर
भू कानून का सवाल गाहे-बगाहे उठता रहा है. बग्गा जी की पार्टी और उसके मुखिया पुष्कर
सिंह धामी ने ज़मीनों की लूट के मसले को सांप्रदायिक रंग देते हुए, इसे लैंड जेहाद का नाम दे दिया है. जिन अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए यह लैंड
जेहाद का जुमला गढ़ा गया है, उनके तो जमीन के सौदे का कोई ब्यौरा
सामने नहीं है. लेकिन लैंड जेहाद के जुमले के आविष्कारक पुष्कर सिंह धामी जी की पार्टी
के युवा मोर्चे का प्रभारी ऐसा व्यक्ति है, जो ट्विटर पर खुल
कर, इस राज्य की ज़मीनों को बेचने और उससे मुनाफा कमाने का अभियान
चलाये हुए है. उत्तराखंड के युवाओं के रोजगार, नौकरियों की लूट
जैसे सवालों पर तो बग्गा साहब के ट्वीट देखने में नहीं आते पर उत्तराखंड में ज़मीनें
कहाँ-कहाँ हैं और उनकी बिक्री वे कितने “आकर्षक दामों” पर कर रहे हैं, ऐसे ट्वीट्स की भरमार है !
क्या गरीब, दलित, अल्पसंख्यकों को इसलिए उजाड़ना है, पुष्कर सिंह धामी जी कि आपके युवा संगठन के राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड के प्रभारी बग्गा जी, इन ज़मीनों को “आकर्षक दामों” में बेच कर मुनाफा कमा सकें ?
उत्तराखंड की ज़मीनें बेचने के लिए दिल्ली से बग्गा जी
आएंगे और यहाँ लैंड जेहाद के नाम पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करके धामी जी और उनकी पार्टी, अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करेगी, यही तो एक तीर से दो
शिकार करने का कौशल है !
लगे हाथ यह भी बता दीजिये कि भाजपा में उत्तराखंड की ज़मीनों
के इकलौते सौदागर बग्गा जी ही हैं या और भी हुनरमंद हैं ?
-इन्द्रेश मैखुरी
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